Saturday, February 28, 2009

mera apna koi



रोना
भी जो चाहें तो वोः रोने नही देता
वो शख्स तो पलकें भी भिगोने नही देता...

वोह रोज़ रुलाता है हमें ख़्वाबों में आकर
सोना भी जो चाहें तो वोः सोने नही देता.....

यह किस के इशारे पे उमड़ आए हैं बादल
है कौन जो बारिश कभी होने नही देता...

आता है ख्यालों में मेरे कौन ये अक्सर
जो मुझ को किसी और का होने नही देता....

मैं हूँ की बहाता हूँ तेरी याद में आंसू
और तू है की अश्कों को पिरोने नही देता....

वोः चेहरा अजब है जिसे पाकर मैं अभी तक
खोना भी जो चाहूं तो वोः खोने नही देता...

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